इस कार्यशाला में प्रशिक्षक के रूप में शारोन मेरी मसीह प्रशिक्षण देंगी, जिन्होंने मध्यप्रदेश नाट्य विद्यालय, भोपाल से नाट्य शिक्षा प्राप्त की है। वे देह-भाषा, शरीर नियंत्रण और मंचीय मार्शल-आर्ट तकनीकों के लिए विशेष रूप से जानी जाती हैं।
कार्यशाला के प्रमुख प्रशिक्षण विषय
कल्लारिपयट्टू की मूल तकनीकें
शरीर संतुलन, ऊर्जा प्रवाह और फ्लो मूवमेंट
स्टेज फ़ाइट व एक्शन सीक्वेंस की सुरक्षित पद्धतियाँ
भाव-भंगिमा, देह-भाषा और अभिव्यक्ति
नाट्य प्रस्तुतियों में मार्शल आर्ट का प्रभावी उपयोग
संप्रेषणा नाट्य मंच ने बताया कि यह कार्यशाला युवा कलाकारों, नाट्य विद्यार्थियों और नाट्य प्रेमियों को पारंपरिक भारतीय युद्धकला और अभिनय कला के संगम से रूबरू कराने का एक अनूठा अवसर है। मंच ने सभी इच्छुक प्रतिभागियों से इस विशेष माहभर चलने वाली प्रशिक्षण पहल में शामिल होने का आग्रह किया है।





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