कटनी :-संगीत नाटक अकादमी,नई दिल्ली के सहयोग से संप्रेषणा नाट्य मंच कटनी के कलाकारों ने रविवार की शाम 7:00 बजे ऑर्डनेंस फैक्ट्री स्थित नाट्य गृह में महाकवि कालिदास रचित नाटक अभिज्ञान शाकुन्तल का शानदार मंचन किया।
शकुन्तला के संयोग वियोग संवादों ने दर्शकों को दीर्घकालिक युग के यात्रा सूत्र में बांध दिया। कलाकारों का बेहतरीन अभिनय,सुंदर संगीत संयोजन,एक ही स्थान पर तपोवन और राजसी मंच सज्जा एवं निर्देशक की पारखी परिकल्पना से दर्शक दीर्घा रोमांचित हो उठी।
महाकवि कालिदास की इस अनुपम कृति अभिज्ञान शाकुन्तल को मंच पर उकेरने वाले कलाकार रहे निर्मल सिंह,अनन्या तिवारी, आशुतोष गुप्ता, शिवानी अहिरवार,अनुज मिश्रा,कृतिका गुप्ता, सतीश अहिरवार,शिवम रजक,शुभम रजक, हर्ष श्रीवास्तव,ज्योति सिंह, हार्दिक गुप्ता, अंजली गुप्ता,शिवा रजक,शुभांशु मिश्रा,आकाश तिवारी, आदित्य गोस्वामी,अंकित बर्मन आदि।नाटक में सुर-संगीत गणेश माथुर ने दिया एवं ताल वादक दिव्यांश दाहिया रहे जिनकी जुगलबंदी ने दृश्यों के अनुरूप वाद्यों का सुंदर प्रयोग प्रसारित किया।पौराणिक कथा और मंच के अनुरूप सटीक प्रकाश की परिकल्पना और संचालन सादात भारती ने किया।
नाटक में प्रयुक्त सुंदर गीतों की रचना,मंच परिकल्पना एवं सधा हुआ निर्देशन राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय,नई दिल्ली से स्नातक द्वारिका दाहिया ने किया।नाटक का अवलोकन करने कला पारखियों,रंगकर्मिर्यो सहित मुख्य अतिथि के रूप में टीकाराम कुशवाहा एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में गिरिराज किशोर पोद्दार(राजू) उपस्थित रहे। विशेष अतिथियों में साहित्यकार राजेन्द्र सिंह , शिवदत्त तिवारी, मोहन नागवानी, अजय बघेल एवं सविता दाहिया , रोजलीन शाह मौजूद रहे।
संयोजक
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